नागौर में टिकट के लिए कांग्रेस के दो गुट आपस में भिड़े, हाथापाई तक की नौबत

मंत्री जी आए थे तो चुनाव को लेकर जिले का फीडबैक लेने, लेकिन ये क्या यहां तो 2-2 मंत्रियों के सामने ही हाथापाई होने लगी। हाथापाई को देखकर तो ऐसा लग रहा है कि ये चुनाव के समय विपक्षी पार्टियों से कैसे लड़ेंगे क्योंकि यहां तो इनका ही झगड़ा नहीं सुलझ रहा। खैर, हाथापाई के बीच में मंत्रियों ने भी घुसना मुनासिफ नहीं समझा, लिहाजा वो भी वहां से चले गए। आखिर ये पूरा मामला क्या है,चलिए हम आपको बताते हैं। दरअसल, नागौर के सर्किट हाउस में चुनाव को लेकर कांग्रेस का वन टू वन फीडबैक कार्यक्रम चल रहा था। कांग्रेस के दावेदारों से फीडबैक लेने के लिए मंत्री राजेंद्र यादव और राज्यसभा सांसद नीरज डांगी नागौर पहुंचे थे। लेकिन फीडबैक का ये पूरा कार्यक्रम हंगामें की भेंट चढ़ गया। फीडबैक लेने के दौरान सबसे पहले सामूहिक रूप से कांग्रेस के नेताओं और दावेदारों से दोनों नेताओं ने संवाद किया। इसके बाद सर्किट हाउस के एक कमरे में वन टू वन संवाद शुरू किया गया। लेकिन इस वन टू वन संवाद के दौरान भी भीड़ कमरे में चली गई, इस दौरान नेताओं के समर्थक अपने-अपने नेताओं के नारे लगाते रहे और कमरे में घुसने के लिए एक दूसरे से उलझते रहे। इसके बाद जैसे-तैसे फीडबैक का कार्यक्रम पूरा किया गया। अंत में नागौर विधानसभा का फीडबैक लेना बचा, लेकिन इससे पहले ही मकराना के दो गुटों के बीच मारपीट हो गई । पुलिस ने जैसे तैसे दोनों गुटों को अलग कर मामला शांत कराया। इसके बाद नीरज डांगी और राजेंद्र यादव सर्किट हाउस से निकल गए। राजस्थान में अब चुनाव को लेकर काफी कम समय बचा है। ऐसे में चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों ही पार्टियों में टिकट को लेकर माथापच्ची जारी है। नागौर में दावेदारों के फीडबैक कार्यक्रम में जिस तरह से हाथापाई हुई उसे लेकर लोग कांग्रेस पर तंज कस रहे हैं। आपका इसे लेकर क्या कुछ कहना है, कॉमेंट बॉक्स में हमें लिखकर बता सकते हैं।

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