पायलट समर्थक महासचिव बोले- मुझे किसके कहने पर रोका?

विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों को लेकर राय शुमारी चल रही है। इसमें अब ब्लॉक वार कांग्रेस की बैठकों में आपसी गुटबाजी सामने आने लगी है। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के विधानसभा क्षेत्र झोटवाड़ा में दो ब्लॉक की फीडबैक बैठक में सचिन पायलट समर्थक प्रदेश महासचिव राजेश चौधरी को रोके जाने पर विवाद बढ़ गया।
प्रदेश महासचिव राजेश चौधरी ने फीडबैक बैठक में पुलिस से रोके जाने का आरोप लगाते हुए खरी खोटी सुनाई। इससे बैठक में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि बैठक बीच में छोड़नी पड़ी।
पायलट समर्थक राजेश चौधरी झोटवाड़ा सीट से कांग्रेस में टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। कांग्रेस पर्यवेक्षक हर सीट पर ब्लॉक वार बैठकें करके फीडबैक ले रहे हैं। इस दौरान झोटवाड़ा और वैशाली नगर ब्लॉक की साझा बैठक रखी गई थी। इस बैठक में पर्यवेक्षक और मंत्री की मौजूदगी में जब आरोप लगाने शुरू किए तो विवाद हो गया। राजेश चौधरी ने कहा- मुझे किसके कहने पर पुलिस ने बैठक में आने से रोका? इसमें मंत्री की शह नहीं है क्या? अगर नहीं है तो मुझे रोकने वाले पुलिस अफसरों पर एक्शन लीजिए।
राजेश चौधरी के बोलते ही मंत्री लालचंद कटारिया के समर्थक भी भड़क गए। मंच पर चढ़ गए। विवाद इतना बढ़ा कि बैठक बीच में ही खत्म करनी पड़ी। धक्का मुक्की के हालात बन गए। हंगामा बढ़ने पर पर्यवेक्षक और मंत्री बैठक से चले गए। दोनों के समर्थकों में इसके बाद कहासुनी होती रही।
प्रदेश महासचिव राजेश चौधरी ने कहा- ब्लॉक अध्यक्ष ने मुझे ब्लॉक की बैठक के लिए फोन करके बुलाया था। मैं पार्टी का प्रदेश महासचिव हूं, हमारी ही पार्टी की बैठक में मुझे गेट पर रोक दिया। यह साधारण घटना नहीं है। बिना किसी प्रभावशाली व्यक्ति के पुलिस ऐसे किसी को कैसे रोक सकती है? मैंने बैठक में भी यही बात कही थी कि ब्लॉक अध्यक्ष ने जब मुझे बैठक के लिए बुलाया तो पुलिस ने कैसे रोका? मुझे रोकने का आदेश किसने दिया? हमें गेट पर पुलिस ने रोका, बड़ी मुश्किल से हम अंदर आ पाए। इस तरह की घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता। आप अपनी ही पार्टी के नेता की बेइज्जती करवा रहे हो। मैं इस बात को टॉप लेवल पर भी उठाऊंगा।

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