‘द ग्रेट इंडियन फैमिली’ 

‘मैं अपनी फैमिली को जिंदगी की सांप-सीढ़ी में सांप समझता था, लेकिन हकीकत में मेरी फैमिली मेरी जिंदगी की सीढ़ी है।’ इस हफ्ते रिलीज हुई फिल्म द ग्रेट इंडियन फैमिली में जब विकी कौशल का किरदार ऐसा सोचता है, तो फिल्म की थीम साकार हो जाती है। पर इस फिल्म की कहानी क्या है, यदि आप भी यही जानना चाहते है तो दोस्तों स्वागत है आपका डिजिटल आवाज की सीरीज, फ़िल्मी गुरुकुल में | 

फिल्म की कहानी के मुताबिक वेदव्यास त्रिपाठी उर्फ बिल्लू (विकी कौशल) शहर के जाने-माने पंडित का बेटा है। बचपन से ही धार्मिक समारोहों में अपनी सुमधुर आवाज से लोगों का दिल जीत लेने वाले बिल्लू को शहर के लोग भजन कुमार के नाम से भी जानते हैं। स्कूल के दिनों से अमीर घर की एक लड़की को चाहने वाला बिल्लू फिलहाल उसी लड़की की शादी में भजन संध्या की तैयारियों में जुटा था कि अचानक उसके घरवालों को मिली एक अनाम चिट्ठी में पता लगता है कि वह पंडित जी की बजाय किसी मुसलमान फैमिली का बेटा है। यह मुसीबत इसलिए और बड़ी हो जाती है, क्योंकि उस दौरान बिल्लू के पिता भी तीर्थ यात्रा पर गए हुए थे। आखिरकार भजन कुमार इस मुसीबत से खुद को कैसे निकाल पाता है? यह आपको सिनेमाघर जाकर पता लगाना होगा।

और आपको बता दें कि विक्की कौशल ने फिल्म में अच्छा काम किया है। लेकिन मानुषी छिल्लर सम्राट पृथ्वीराज के बाद लगातार दूसरी फिल्म में असर नहीं छोड़ पाईं। उन्हें अपनी फिल्मों की चॉइस पर ध्यान देना होगा। इस फिल्म में उनका रोल महज कामचलाऊ है। कुमुद मिश्रा ने हमेशा की तरह शानदार अभिनय किया है। वहीं मनोज पाहवा समेत दूसरे किरदार भी अपने रोल में जंचे हैं।

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