राजस्थान के कोटा शहर में हर दिन कई बच्चे परेशान होकर आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं। बच्चों द्वारा आत्महत्या करने के मामले थम नहीं रहे हैं। वहीं, कोटा छात्र आत्महत्या मामले पर राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मैं मानता हूं कि राजस्थान के कोचिंग प्रबंधकों के पास बहुत पैसा है लेकिन वे उस आधार पर छात्रों को धमकी नहीं दे सकते हैं…मैं माता-पिता से कहूंगा कि उनके बच्चे किसी भी कोचिंग संस्थान के कारण सफल नहीं हो रहे हैं, बल्कि ये बच्चे पहले से ही प्रतिभाशाली हैं। खाचरियावास ने आगे कहा कि यह कोचिंग संस्थान छात्रों को हतोत्साहित करते हैं… सरकार को इस कोचिंग माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। एसपी और कलेक्टर को मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कार्रवाई करनी चाहिए अन्यथा राजस्थान कांग्रेस कार्रवाई करेगी। आपकों बतादे कि कोटा में बीते रविवार यानी 27 अगस्त को एक छात्र ने दोपहर में कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। वहीं, दूसरे छात्र ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। कोटा में इस साल अब तक 23 और अगस्त महीने में ही 7 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है। ये छात्र कोटा में रहकर NEET की तैयारी कर रहा था।
Check Also
संसद के शीतकालीन सत्र का 14वां दिन…
संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार (21 दिसंबर) को चौदहवां दिन है। दोनों सदनों की …